शायरी मिर्जा गालिब वाली

जब तुम्हारी आँखों में चमक सी हो, मेरी दुनिया में रौशनी सी हो। दिल में इतना प्यार भरा हो, जैसे सागर में पानी सी हो। तेरे प्यार की बूंदें गिरकर, मेरे दिल को छू जाती हैं। तेरी हंसी की मीठी गुनगुनाहट, मेरी रूह को भर जाती हैं। जब भी तेरे साथ होता हूँ, सब कुछ भूल जाता हूँ। तेरे हाथों की छूमने को, दिल धड़कता रुक जाता हूँ। तेरे प्यार की राहों में, हर दिन नयी खुशियाँ छाता हूँ। तेरी यादों के साथ जीने को, मैं हर पल तरसता हूँ। तेरे लिए ये शायरी लिखी हैं, तेरे प्यार में धड़कती हूँ। तू मेरी जिंदगी की साथी हैं, तेरे संग सदा जीना चाहती हूँ। चाँद से बहती है रौशनी तेरी, सितारों से खूबसूरत है नजरे तेरी। तेरे चेहरे की मधुर मुस्कान पे, मैं दिन रात फिदा हुआ हुआ हूँ तेरी। जब तू हँसती है तो फूल खिल जाते हैं, दिल के सभी गम भूल जाते हैं। तेरे आगे ये दिल जी लेता है, तू ही है मेरी जिंदगी की मंजिल हैं। तेरे लिए ये दिल धड़कता है, तेरी ख़ुशबू सा आता है। तू मेरे जीवन की एक बहार हैं, तेरे बिना अधूरा सा रहता हैं। तेरी आँखों में छुपी हैं एक कहानी, जो मेरे दिल को हर रोज़ भाती हैं। तू मेरी रूह का एक हिस्सा हैं, मैं तेरे बिना अधूरा सा रहता हूँ। तेरे जादूगरी से दिल को बहला दे, मेरी रुह को ख़ुशियों से भर दे। तू हर रात मेरी ख्वाबों में आती हैं, तेरी यादों में बिताना चाहता हूँ रातें।

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